स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब परिवार से आते हैं। उनके परिजन अधितर अपने अर्थव्यवस्था को सुधारने लिए , ठेला, टट्टू दौड़ते हैं या दैनिका मजदूरी करते हैं। जिससे अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। जिसके कारण वे अपने बच्चो को स्कूल मे नहीं भेज पाते है। ऐसे बच्चों का संस्थान अपने स्तर से सर्वे कराकर शिक्षा से वंचित बच्चों को स्कूल से जोडने का कार्य करती है। और अच्छी शिक्षा देने का प्रयास करती है।
